पहली नज़र में कैसी लगी अमेज़ ??
आख़िरकार वो कार चलाने का वक्त आ गया था जिसके लिए ग्राहकों और पत्रकारों से बहुत ज़्यादा इंतज़ार कंपनी को था। और कार भी क्या कहें असल मुद्दा तो इंजिन था। जिसके इंतज़ार में हौंडा कार कंपनी ने भारत में ना जाने कितनी बेचैन रातें काटी हैं। और इसी वजह से कार भले बी बिल्कुल नई है, लेकिन ज़्यादा चर्चा इसके इंजिन की हो रही थी। तो ये है कहानी हौंडा कार कंपनी की ही है। हाल के समय में डीज़ल का सबसे ज़्यादा दर्द झेलने वाली कार कंपनी। हर सेगमेंट और हर ग्राहक जब डीज़ल की तरफ़ मुंह मोड़ रहे थे, नए नए डीज़ल विकल्प देख रहे थे, तब कंपनी डीज़ल इंजिन बनाने में ही लगी थी। और उसका नतीजा अब दिखा हमें जापान में। जहां हम पहुंचे थे हौंडा की लेटेस्ट नई डीज़ल इंजिन वाली छोटी सेडान कार ' अमेज़' को चलाने। ग्राहकों को तो ये कार अगले साल दिखेगी, क्योंकि हमने जिस कार को चलाया वो अमेज़ का प्रोटोटाइप है। यानि कार का वो नमूना जो बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन में आने से पहले तैयार होता है। इसके लिए हम पहुंचे थे हौंडा के आर-एंड-डी सेंटर में। जापान के तोचिगी प्रांत में हौंडा के इस आरएंडी सेंटर पर कई दिलचस्प रेसट्रैक हैं, और इसका नाम है ट्विन रिंग मोटेगी।
कार के बारे में समझना है तो ब्रियो कार को याद कीजिए। उसी की बुनियाद पर हौंडा के इंजीनियरों और डिज़ाइनरों ने लंबी कार बनाई है। यानि मोटे तौर पर तो डिक्की के साथ ब्रियो समझ सकते हैं। यानि स्विफ़्ट से डिज़ायर बनी और टोयोटा ने इटीयोस बनाया। छोटी से बड़ी बनाई कार। कंपनी ने डिज़ाइनर्स ने इसमें जोड़ी है एक डिक्की, यानि ये बनने वाली है सिटी से निचले सेगमेंट में हौंडा की छोटी सेडान कार । और इसे देखने पर भी ब्रियो की ही याद आती है। कार की शक्ल उसी से मिलती जुलती है। लेकिन पिछले हिस्से मे जाते जाते फर्क महसूस होता है। जहां पर छोटी कार में एक डिक्की लगाने की कोशिश कई बार मामला गड़बड़ कर देती है, जैसे पुरानी डिज़ायर में साफ़ लगता था लेकिन अमेज़ के पिछले हिस्से पर क्रिएटिविटी का इस्तेमाल तो हुआ है। अब चूंकि ये कार 4 मीटर से छोटी बनानी थी तो पिछला हिस्सा थोड़ा छोटा तो रखना ही था। हालांकि स्मॉल कार के तहत छूट पाने के लिए भले ही हौंडा ने इस कार को 4 मीटर से छोटा बनाया हो, लेकिन इस कार के अंदर की जगह इसे बहुत पसंदीदा बना सकती है ग्राहकों के बीच। सवाल सिर्फ़ इसकी क़ीमत का है, हौंडा अपने पुराने इमेज के हिसाब से ना करके अगर डिज़ाइर को देखते हुए इसकी क़ीमत तय करती है हौंडा तो फिर मारुति को ज़ोरदार झटका दे सकती है।
लेकिन इस कार का एक हिस्सा वो भी है जो आने वाले वक्त में हौंडा के लिए भारत में ख़ुशख़बरी ला सकता है। वो है 1.5 लीटर का डीज़ल इंजिन। अब फिलहाल तो इस इंजिन के बारे में कुछ तकनीकी जानकारी नहीं मिली है। लेकिन ये ज़रूर दावा कर रही है कंपनी कि ये अपने सेगमेंट में सबसे किफ़ायती इंजिन होगा। इसे अलग अलग ट्यून करके कंपनी अपने पूरे पोर्टफ़ोलियो को डीज़लमय कर सकती है। तो फिलहाल यही कहा जा सकता है कि कार बाज़ार जहां स्ट्रगल कर रहा है वहां हौंडा कार कंपनी लेट ही सही, अपने लिए नई गुंजाइश खोज रही है।
*Already Published
No comments:
Post a Comment